जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले पर आया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बयान!

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। हर कोई यही चाहता है कि इस कायराना हमले को अंजाम देने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगे। गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं। उन्होंने उच्चस्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा की और सुरक्षाबलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आतंकियों को देखते ही गोली मार दी जाए। इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है।
कश्मीर से बहुत ही परेशान करने वाली खबर आई है। आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है। हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों के ठीक होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अविश्वसनीय लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी सहानुभूति है। हमारी संवेदनाएँ आप सभी के साथ हैं!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के X पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने लिखा, “उषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए विनाशकारी आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में, हम इस देश और इसके लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हो गए हैं। इस भयानक हमले में हमारे विचार और प्रार्थनाएं पीड़ितों के साथ हैं।”
इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार की तरफ से लिखा गया कि जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले से दुखी और स्तब्ध हूं, जिसमें निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में भारत और सुरक्षा बलों के साथ हैं।”
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। पुतिन ने इसे भयानक अपराध बताते हुए कहा कि ऐसे हमलों का कोई भी औचित्य नहीं हो सकता। उन्होंने इस हमले में मारे गए पर्यटकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।
भारत में यूक्रेन के दूतावास की तरफ से X पर लिखा गया कि यूक्रेन पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर हुए हमले से बहुत चिंतित है। हम आतंकवाद के कारण प्रतिदिन जान गंवाते हैं और आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करते हैं। जब निर्दोष लोगों की हत्या होती है, तो यह असहनीय पीड़ा होती है। अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” इस तरह अन्य कई देशों के दूतावास की तरफ से बयान जारी किया गया है।