Baby IIMs: बेबी आईआईएम भारत में स्थापित नए आईआईएम (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट) हैं, जिन्हें 2011 और उसके बाद स्थापित किया गया है. इन इंस्टीट्यूट को भारत सरकार द्वारा “IIM” का दर्जा दिया गया है और इन्हें देश में हाई लेवल मैनेजमेंट एजुकेशन प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है. हालांकि, इन्हें “Baby IIMs” इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये अभी पुराने और प्रतिष्ठित आईआईएम (जैसे IIM अहमदाबाद, IIM बैंगलोर) की तरह पूरी तरह से विकसित नहीं हुए हैं.
1. IIM अमृतसर
2. IIM बोधगया
3. IIM जम्मू
4. IIM नागपुर
5. IIM संबलपुर
6. IIM सिरमौर
7. IIM विशाखापत्तनम
8. IIM त्रिची
9. IIM काशीपुर
Baby IIMs में एडमिशन प्रक्रिया प्रमुख रूप से CAT (Common Admission Test) स्कोर पर आधारित है. इसके साथ-साथ वेटेज अन्य क्राइटेरिया को भी दिया जाता है:
1. CAT स्कोर:
CAT का स्कोर Baby IIMs में एडमिशन का प्राथमिक आधार है.
2. Personal Interview (PI) और Written Ability Test (WAT):
हाई स्कोर के बाद उम्मीदवारों को PI और WAT के लिए बुलाया जाता है.
3. एकेडमिक रिकॉर्ड:
उम्मीदवार के 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन के मार्क्स भी एडमिशन प्रक्रिया में भूमिका निभाते हैं.
4. वर्क एक्सपीरियंस:
जिन उम्मीदवारों के पास वर्क एक्सपीरियंस है, उन्हें एक्सट्रा वेटेज मिलता है.
5. डाइवर्सिटी फैक्टर:
शैक्षणिक या जेंडर डाइवर्सिटी को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग फैक्टर का भी ध्यान रखा जाता है.
Baby IIMs के विशेष पहलू – 1. नई सुविधाएं:
ये इंस्टीट्यूट नई तकनीकों, मॉडर्न इन्फ्रास्ट्रक्चर और उच्च स्तरीय फैकल्टी के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
2. संभावनाएं और बढ़त:
चूंकि ये IIMs नए हैं, इसलिए छात्रों को सस्ती फीस, बड़े कैंपस और तेजी से बढ़ते अवसर मिलते हैं.
3. प्लेसमेंट:
Baby IIMs में प्लेसमेंट अभी उतना मजबूत नहीं है जितना पुराने IIMs में है, लेकिन इनमें भी कई मल्टीनेशनल कंपनियां अच्छे पैकेज ऑफर करती हैं.