Online Job Fraud में फंसे 13 युवाओं का म्यांमार से हुआ रेस्क्यू, कहीं आप भी ना हो जाएं शिकार!

Online Job Fraud : जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस विंग ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाकर 13 युवाओं को बचाया है। ये युवा म्यांमार से संचालित एक साइबर धोखाधड़ी सिंडिकेट का शिकार हो गए थे। यह घटना उन लोगों से जुड़ी है, जो नौकरी की तलाश में ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं।
काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ताहिर अशरफ ने बताया कि इन युवाओं को किस तरह ऑनलाइन धोखाधड़ी के जाल में फंसाया गया। उन्होंने कहा, “हर दिन, हम नौकरी दिलाने वाले तमाम ऑनलाइन फ्रॉड के मामले देखते हैं। इस मामले में, एक बड़े रैकेट का संचालन किया जा रहा था।”
हाल ही में श्रीनगर में एक परिवार को अज्ञात व्यक्तियों से कई कॉल आए, जिनमें उनके बेटे की रिहाई के लिए लगभग पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। कॉल करने वालों ने बताया कि लड़के को म्यांमार में अगवा कर लिया गया है। परिवार ने पुलिस को इसकी सूचना दी। उनका बेटा नौकरी के लिए थाईलैंड गया था, लेकिन जब फिरौती की कॉल आई, तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मामले को काउंटर इंसर्जेंसी विंग (CIK) को सौंप दिया।
कैसे फंसे ये युवा?
- फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर लुभावने नौकरी की जानकारी प्रसारित की गई।
- थाईलैंड में डाटा एंट्री की नौकरी देने की बात कही गई।
- फ्रॉड लिंक पर क्लिक करने के बाद ऑनलाइन इंटरव्यू हुआ।
- उन्हें असली टिकट भेजे गए, जिससे लगा कि यह कोई ठगी नहीं, बल्कि एक वास्तविक नौकरी है।
- थाईलैंड पहुंचने पर उन्हें एहसास हुआ कि वे जाल में फंस चुके हैं।
एसएसपी अशरफ ने अभिभावकों और युवाओं से ऑनलाइन धोखाधड़ी से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा, “हम युवाओं को सलाह देते हैं कि वे सोशल मीडिया पर जालसाजों द्वारा बिछाए गए जाल में न फंसें।”