शिक्षा

7.53 लाख से ज्यादा हुए रजिस्ट्रेशन, पिछले 6 साल में लगातार इस कोर्स का बढ़ रहा क्रैज!

भारत की नंबर वन ओपन यूनिवर्सिटी (एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 के मुताबिक) ने 2018-19 में 6.73 लाख से इस साल 7.53 लाख तक ओवरऑल रजिस्ट्रेशन में बढ़ोतरी देखी है. इन छह साल में, यूनिवर्सिटी ने सभी लेवल पर कई प्रोग्राम जोड़े हैं

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) अपने यूजी प्रोग्राम के लिए विशेष रूप से पॉपुलर है, हालांकि, नंबर्स पॉपुलरिटी में गिरावट का संकेत देती हैं. 2018-19 में लगभग 3.64 लाख स्टूडेंट्स ने एडमिशन के लिए नामांकन कराया था, इस साल इसमें मामूली गिरावट (3.52 लाख) देखी गई.

खास तौर पर महामारी (2020-2022) के दौरान यूजी कोर्स में रजिस्ट्रेशन में कमी आई थी. द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इग्नू के डिप्टी डायरेक्टर वीपी रूपम ने कहा, “क्लासरूम टीचिंग पर अपनी बहुत सीमित निर्भरता के कारण, इग्नू महामारी के दौरान बिना किसी व्यवधान के आगे बढ़ने में कामयाब रहा. सभी अकादमिक काउंसलिंग ऑनलाइन आयोजित की गई थीं, इसलिए छात्रों को वंचित नहीं होना पड़ा. उन्होंने अपने असाइनमेंट ऑनलाइन जमा किए.” इसके अलावा, महामारी ने बोर्ड परीक्षाओं को भी बाधित किया. या तो परिणाम में देरी हुई या सभी को पासिंग सर्टिफिकेट दिया गया.

केवल एक एडमिशन साइकल (आमतौर पर जुलाई-जून) वाले रेगुलर यूनिवर्सिटी के विपरीत, इग्नू में दो एडमिशन साइकल हैं – जुलाई और जनवरी. उदाहरण के लिए, 2021-22 के नामांकन में जुलाई 2021 और जनवरी 2022 के नामांकन शामिल हैं. तदनुसार, विश्वविद्यालय ने साल में दो बार अपनी परीक्षा आयोजित की – हर साल जून और दिसंबर में. रूपम ने कहा, “हर परीक्षा में, देश भर के 800 से ज्यादा परीक्षा केंद्रों के साथ-साथ हमारे विदेशी केंद्रों पर लगभग 8 लाख छात्र शामिल होते हैं.”

Related Articles

Back to top button