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घटती आमदनी ने बढ़ाई बैंकों की च‍िंता, गोल्‍ड लोन ड‍िफॉल्‍ट बढ़ा, NPA 30 प्रत‍िशत क्‍यों बढ़ा

Gold Loan NPA: सोना गिरवी रखकर लोन लेने वाले ग्राहकों में ड‍िफॉल्‍ट (पैसा नहीं चुकाना) के मामले प‍िछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़े हैं. आरबीआई की तरफ से जारी क‍िये आंकड़ों के अनुसार, बैंकों और एनबीएफसी का गोल्ड लोन एनपीए (NPA) जून 2024 तक 30 प्रतिशत बढ़कर 6,696 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यह आंकड़ा तीन महीने पहले मार्च 2024 तक 5,149 करोड़ रुपये पर था. आरबीआई (RBI) के अनुसार पहले के वित्तीय वर्षों के मुकाबले फाइनेंश‍ियल ईयर 2022-23 में गोल्‍ड लोन लेने वालों के आंकड़े में 14.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ की तरफ से दायर आरटीआई (RTI) के जवाब में आरबीआई ने बताया क‍ि कमर्श‍ियल बैंकों के जून 2024 तक गोल्‍ड लोन एनपीए में 62 प्रतिशत की जबरदस्‍त वृद्धि दर्ज की गई. यह मार्च 2024 के 1,513 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,445 करोड़ रुपये हो गया. एनबीएफसी के मामले में यह आंकड़ा जून 2024 में 3,636 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,251 करोड़ रुपये हो गया, जो क‍ि करीब 24% का इजाफा है.

गोल्‍ड लोन में बढ़ते ड‍िफॉल्‍ट का कारण लगातार बढ़ता कर्ज है. दरअसल इकोनॉमी की धीमी रफ्तार ने लोगों की आमदनी पर असर डाला है, जिससे लोन लेने वालों के ल‍िए इसे चुकाना मुश्‍क‍िल हो गया. मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहले सात महीनों में (अप्रैल से अक्‍टूबर तक)  बैंकों के गोल्‍ड लोन में 50.4 प्रतिशत का इजाफा देखा गया. सोने के दाम में तेजी आई तो लोगों ने घरेलू खर्चों, स्कूल के खर्च और अस्पताल का खर्च पूरा करने के लिए अपने सोने को गिरवी रख दिया. उन्होंने लोन चुकाने में चूक कर दी क्योंकि उन्हें लगा कि लोन की राश‍ि खरीद मूल्य से ज्‍यादा है. हालांक‍ि गोल्‍ड लोन ड‍िफॉल्‍ट से उनके क्रेडिट स्कोर में गिरावट आएगी.

ग्राहकों ने सोने की ऊंची कीमत का फायदा उठाने के लिए बैंकों व एनबीएफसी में गोल्‍ड गिरवी रखने की जल्दी की. इससे अक्टूबर 2024 तक बैंकों का गोल्‍ड लोन का बकाया 1,54,282 करोड़ रुपये हो गया है. यह मार्च 2024 में 1,02,562 करोड़ रुपये के आंकड़े पर था. यह भी उम्‍मीद जताई जा रही है क‍ि बैंकों और एनबीएफसी का कुल गोल्‍ड लोन बकाया 3 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया.

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