National Teachers Award 2025: इतने टीचरों को मिलेगा साल 2025 का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, यहां देखें सूची
National Teachers Award 2025: 21 टीचरों को अनुकरणीय योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया है।

National Teachers Award 2025: नई दिल्ली: उच्च शिक्षा संस्थानों और पॉलिटेक्निकों के 21 टीचरों को अनुकरणीय योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया है। शिक्षा मंत्रालय ने ये जानकारी दी है। इस बार पुरस्कार 2 श्रेणियों में दिए जा रहे हैं, जिसमें एक श्रेणी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए और दूसरी पॉलिटेक्निक के लिए है।
किस राज्यों से हैं चुने गए टीचर?
मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से 2-2 टीचरों का चुनाव किया गया है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, बेंगलुरु, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश से एक-एक टीचर का चुनाव किया गया है।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (एनएटी)-2025 के लिए क्या है चयन प्रक्रिया?
चयन प्रक्रिया में 2 चरण होते हैं, जिसमें पहले चरण में नामांकित व्यक्तियों की शुरुआती आधार पर सूची तैयार होती है और प्रारंभिक खोज-सह-स्क्रीनिंग समिति द्वारा मूल्यांकन और राष्ट्रीय निर्णायक मंडल द्वारा नामांकित व्यक्तियों में से पुरस्कार विजेताओं का चयन किया जाता है।
शिक्षा मंत्रालय ने क्या बयान जारी किया?
शिक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘चयनित 21 शिक्षक पॉलिटेक्निक, राज्य विश्वविद्यालयों और केंद्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों से हैं। चयन शिक्षक के प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है, जिसका निर्धारण शिक्षण, सीखने की प्रभावशीलता, संपर्क गतिविधियों, अनुसंधान और नवाचार, प्रायोजित अनुसंधान, संकाय विकास कार्यक्रम और परामर्श शिक्षण जैसे मापदंडों के आधार पर किया जाता है। उपरोक्त में से, सीखने की प्रभावशीलता और संपर्क गतिविधियों को अधिक महत्व दिया गया है।’’
भारत में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार क्यों दिए जाते हैं?
भारत में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार शिक्षकों के उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करने के लिए दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों का उद्देश्य शिक्षकों की समर्पण, नवाचार और शिक्षा के क्षेत्र में उनके प्रभावशाली कार्य को पहचानना है। ये पुरस्कार शिक्षकों को प्रेरित करते हैं, शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देते हैं और समाज में उनके महत्व को रेखांकित करते हैं। गौरतलब है कि शिक्षक ही देश के लिए सुनहरे भविष्य को तैयार करते हैं। अगर किसी नागरिक को सही शिक्षा मिले तो वह देश को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है।