महाकुंभ मेले में यहां मुफ्त में ठहरें, 100 रुपये में टेंट भी मिलेगा, होटल-लॉज में हजारों रुपये क्यों फूंकना

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में 144 साल बाद लगने वाले महाकुंभ का आगाज हो चुका है. महाकुंभ का साक्षी बनने के लिए देशभर के कोने-कोने से करोड़ों श्रद्धालु संगम नगरी पहुंच रहे हैं. शहर में होटल-लॉज और धर्मशाल फुल हो गए हों तो मेला क्षेत्र में ही ठहरने की व्यवस्था की गई है. महाकुंभ मेला क्षेत्र में कई शिविर हैं, जहां आप कम दाम में परिवार के साथ रह सकते हैं.
दरअसल, अमृत स्नान पर्व पर महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा रहेगी. ऐसे में महाकुंभ के आसपास वाले इलाकों के लग्जरी होटल, लॉज, धर्मशाला और पेइंग गेस्ट हाउस की बुकिंग महीनों पहले से हो रही है. अगर महाकुंभ आए और होटल-धर्मशाला फुल हो गए हैं तो घबराए नहीं आप मेला क्षेत्र के अंदर भी रुक सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक, महाकुंभ 2025 में मेला क्षेत्र में आप अखाड़ों और साधु-संतों के शिविर में ठहर सकते हैं. इसके लिए सीधे आपको आश्रम में ही संपर्क करना पड़ेगा. सभी आश्रमों में बाहरी श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की जाती है. साथ ही आप तीर्थ पुरोहित (प्रयागवाल-पंडा) के यहां भी यजमानों के रुकने की पुश्तैनी परंपरा है. कल्पवासी इन्हीं के शिविरों में रहते हैं. आप भी कुछ दिनों के लिए रुक सकते हैं.
इसके अलावा प्रयागराज मेला प्राधिकरण और मेला प्रशासन की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में सरकारी आश्रय स्थल बनाए गए हैं. जानकारी के मुताबिक, पूरे मेला क्षेत्र में 20 हजार से ज्यादा लोगों के रुकने के लिए आश्रयस्थल बनाए गए हैं. यहां 100 रुपये प्रति रात किराया तय किया गया है. इन आश्रय स्थलों पर आपको ठंड से बचने के लिए कंबल आदि की भी व्यवस्था की गई है. बता दें कि इस बार महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है. महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा.