देश

पाकिस्तान के आतंकवादी ‘टट्टुओं’ को लास्ट वॉर्निंग,हो गई सामूहिक विनाश की तैयारी?

जम्मू-कश्मीर में बीते 7 दिन में आतंकवादियों ने 13 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. आर्मी और पुलिस के सूत्रों का कहना है कि आतंकवादियों ने अपनी रणनीति बदली है. ताजा हमलों में उन्होंने रॉकेट गन और आपरीजी का इस्तेमाल किया है. भारतीय एजेंसियों के पास नया खुफिया इनपुट आया है.

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का ऐलान होने से पहले तक कश्मीर घाटी में काफी शांति थी. आतंकी घटनाएं लगभग न के बराबर थीं. लोकसभा चुनावों के दौरान यानी अप्रैल और मई के महीने में ये कहा जाने लगा था कि पाकिस्तान और उसके आतंकवादियों ने अपना ‘टेरर किचन’ कश्मीर से जम्मू शिफ्ट कर दिया है. हालांकि विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादी घटनाओं में इजाफा हुआ है. पिछले 7 दिनों में 13 मौतें हो चुकी हैं. जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमलों (Jammu and Kashmir Terror Attacks) को लेकर सेना का एक बड़ा बयान आया है.

सेना ने शुक्रवार को कहा कि बूटा पाथरी हमले से यह साबित हो गया है कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, ‘कश्मीर में शांति और स्थिरता को बाधित करने के उद्देश्य से पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 24 अक्टूबर 2024 को बारामूला के बूटा पाथरी क्षेत्र में सेना की एक टुकड़ी को कायरतापूर्ण तरीके से निशाना बनाया, जिसमें सैनिक और स्थानीय पोर्टर सवार थे. गोलीबारी होने पर सतर्क सैनिकों ने तेजी से जवाब दिया. इस कारण आतंकवादियों को हथियार और बैग छोड़कर पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा. लेकिन वह एक नाले और अंधेरे का फायदा उठाकर घने जंगल में भाग गए.’

सेना ने अपने बयान में ये भी कहा, ‘अनंतनाग जिले और सिरसा जिले के एक-एक बहादुर भारतीय सेना के जवान गोलीबारी के दौरान लगी चोटों के कारण शहीद हो गए. सेना राइफलमैन कैसर अहमद शाह और राइफलमैन जीवन सिंह की बहादुरी को सलाम करती है, जिन्होंने गोली लगने के बावजूद जवाबी कार्रवाई की और आतंकवादियों को भागने पर मजबूर कर दिया. भारतीय सेना इस कायराना आतंकवादी हमले में शहीद जवानों की बहादुरी को सलाम करती है. हमारे जाबांज सैनिकों की कार्रवाई ने आतंकवादियों को और अधिक नुकसान पहुंचाने से रोका तथा राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने और कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के शत्रुतापूर्ण एजेंडे का मुकाबला करने के लिए अटूट साहस और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया.

Related Articles

Back to top button