प्रधानमंत्री मोदी का संदेश लेकर ढाका पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर, तारिक रहमान को सौंपा पत्र
S Jaishankar in Thaka: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख बेगम खालिदा जिया का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

S Jaishankar in Thaka: ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख बेगम खालिदा जिया का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके जनाजे में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शामिल होने के लिए राजधानी ढाका पहुंचे हैं। हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने उनका स्वागत किया।
बता दें कि खालिदा जिया को संसद परिसर स्थित जिया उद्यान में उनके पति और बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र के पास दफनाया जाएगा। इसमें देश के कई बड़े राजनीतिक नेता, पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग शामिल होंगे।
एस जयशंकर का ये दौरा इसलिए खास है, क्योंकि अभी बांग्लादेश और भारत के बीच कई मुद्दों को लेकर तनाव जैसी स्थिति है। पड़ोसी देश में लगातार हिंदू अल्पसंख्यकों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश के बड़े नेता भारत के खिलाफ लगातार बयान भी दे रहे हैं। ऐसे में विदेश मंत्री का ढाका जाना बेहद अहम है।
जयशंकर ने तारिक रहमान को दिया पर्सनल लेटर
विदेश मंत्री ने एस जयशंकर ढाका में खालिदा जिया के बेटे और बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान से मिले। जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि ढाका पहुंचने पर BNP के एक्टिंग चेयरमैन और बांग्लादेश की पूर्व PM बेगम खालिदा ज़िया के बेटे मिस्टर तारिक रहमान से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पर्सनल लेटर दिया। भारत सरकार और लोगों की ओर से गहरी संवेदनाएं जताईं। साथ ही भरोसा जताया कि बेगम खालिदा जिया का विजन और वैल्यूज हमारी पार्टनरशिप के डेवलपमेंट को गाइड करेंगे।
30 दिसंबर को हुआ था खालिदा जिया का निधन
खालिदा जिया का निधन 30 दिसंबर को लंबी बीमारी के बाद ढाका के एवरकेयर अस्पताल में हुआ था। वह 80 वर्ष की थीं। लिवर सिरोसिस, डायबिटीज, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रही थीं। उनके निधन पर बांग्लादेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है और बीएनपी ने सात दिन का शोक घोषित किया है।




