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शाम को बस इतने घंटे का है धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त, जल्दी जान लें सही समय!

Dhanteras 2024 Puja Shubh Muhurat: धनतेरस पर शाम 6 बजकर 36 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 36 मिनट तक प्रदोष काल रहेगा. ऐसे में धनपति कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए ये शुभ मुहूर्त रहेगा.

पूरे देशभर में आज यानी 29 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है. इस मौके पर सोना, चांदी, आभूषण, गाड़ी, बर्तन की खरीदारी की जाती है. जानकारी के लिए बता दें कि कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन पूजा और खरीदारी से व्यक्ति को धन-धान्य की कमी नहीं होती है. साथ ही इस मौके पर बाजारों में भी खूब रौनक देखने को मिलती है. आइए जानते हैं इस साल धनतेरस की तिथि, पूजा और खरीदारी का शुभ मुहूर्त, महत्व. साथ ही जानेंगे कि इस दिन क्या खरीदें!

वैदिक पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर हो रही है. वहीं, इसका समापन 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर होगा. ऐसे में धनतेरस का पर्व 29 अक्टूबर, दिन मंगलवार को मनाया जाएगा.

धनतेरस पर शाम 6 बजकर 36 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 36 मिनट तक प्रदोष काल रहेगा. ऐसे में धनपति कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए ये शुभ मुहूर्त रहेगा. साथ ही इस समय में खरीदारी करना भी बेहद शुभ रहेगा.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग का निर्माण हो रहा है. ये योग सुबह  6 बजकर 31 मिनट से कल सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. ऐसे में इस मुहूर्त में लोग खरीदारी कर सकते हैं. वहीं, सोना खरीदने का सबसे शुभ मुहूर्त 9 अक्टूबर शाम 6:32 से लेकर रात 08:14 बजे तक है.

इस बार धनतेरस पर वाहन खरीदने के लिए तीन शुभ मुहूर्त हैं.
पहला मुहूर्त- 10:41 से दोपहर 12:05 बजे तक.
दूसरा मुहूर्त- दोपहर 12:05 से 1:28 बजे तक.
तीसरा मुहूर्त- शाम 7:15 से रात 8:51 बजे तक.

धनतेरस के पर्व पर घर में 13 दीपक जलाए जाते हैं. इन दीयों को घर की अलग-अलग जगहों पर रखा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार 13 दीपक जलाने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है.

धनेतरस पर सोना-चांदी, बर्तन, वाहन और कुबेर यंत्र आदि चीजें खरीदी जा सकती हैं.
धनतेरस पर झाड़ू खरीदना शुभ रहता है. कहा जाता है कि इससे मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है.

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