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‘भारत ने आखिर क्या सहमति दी है’, बजट सत्र से पहले ट्रंप के टैरिफ वाले बयान पर कांग्रेस का हल्ला बोल!

Narendra Modi & Donald Trump: टैरिफ को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दिए एक बयान पर भारत की सियासत गर्मा गई है. दरअसल शुक्रवार को ट्रंप ने कहा कि भारत अपने शुल्कों में ”काफी कटौती” करने पर सहमत हो गया है. इस पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 10 मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र के दूसरे चरण में “टैरिफ” (शुल्क) के विषय पर संसद को विश्वास में लेना चाहिए. दरअसल अपने बयान में ट्रंप ने यह दावा दोहराया कि भारत अमेरिका पर भारी शुल्क लगाता है जिससे वहां उत्पाद बेचना मुश्किल हो जाता है.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उनके इस बयान का हवाला देते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता के लिए वाशिंगटन डीसी में हैं. इसी बीच, राष्ट्रपति ट्रंप यह बयान देते हैं. भारत ने आखिर क्या सहमति दी है? क्या भारतीय किसानों और विनिर्माण क्षेत्र के हितों से समझौता किया जा रहा है?” उन्होंने कहा, ‘‘जब संसद का सत्र 10 मार्च को फिर से शुरू होगा, तब प्रधानमंत्री को इस संबंध में संसद को विश्वास में लेना चाहिए.’

ट्रंप ने कहा, ‘आर्थिक, वित्तीय और व्यापारिक नजरिए से हमारे देश को दुनिया के लगभग हर देश ने पूरी तरह से ठगा है.’ उन्होंने कहा, ‘कनाडा, मेक्सिको और फिर आप सीधे लाइन में चले जाइए. भारत हम पर बहुत ज्यादा शुल्क लगाता है, बहुत ज्यादा. आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते. यह लगभग, यह लगभग प्रतिबंधात्मक है. यह प्रतिबंधात्मक है. हम अंदर बहुत कम व्यापार करते हैं.’ ट्रंप ने कहा, ‘वैसे, वे इस बात पर सहमत हो गए हैं कि अब वे अपने शुल्क में कटौती करना चाहते हैं, क्योंकि अब कोई तो उनके किए की पोल खोल रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘चीन के साथ भी यही बात है। अन्य कई देशों के साथ भी यही बात है, तथा यूरोपीय संघ इस देश का बहुत ज्यादा दुरुपयोग कर रहा है.’

ट्रंप की यह टिप्पणी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की उनके अमेरिकी समकक्ष हॉवर्ड लुटनिक के साथ व्यापार वार्ता के लिए अमेरिका यात्रा के बाद आई है. ट्रंप ने इस सप्ताह तीसरी बार भारत के लगाए गए हाई टैरिफ की आलोचना की है. इससे पहले गुरुवार को ट्रंप ने कहा था कि भारत बहुत हाई टैरिफ वाला देश है और उन्होंने दोहराया कि अमेरिकी चीजों पर टैरिफ लगाने वाले देशों पर जवाबी टैरिफ दो अप्रैल से लागू होंगे.

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