महाकुंभ स्नान के लिए जा रहे हैं तो वापसी में ये 4 पवित्र चीजें लाना न भूलें, धन-दौलत की होगी बरसात!
यूपी के प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम यानी महाकुंभ चल रहा है. 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ में देश-दुनिया से रोजाना लाखों श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं. चाहे कोई अरबपति हो या कोई साधारण कारोबारी, हर कोई 144 साल बाद आयोजित हो रहे इस महाकुंभ में पुण्य लाभ हासिल करने में पीछे नहीं रहना चाहता. इसका तीसरा और बड़ा अमृत स्नान बसंत पंचमी को होने जा रहा है. अगर आप भी महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे हैं तो वापसी में अपने साथ 4 चीजें ले जाना न भूलें. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि हमेशा बनी रहती है और मां लक्ष्मी का वास बना रहता है. आइए जानते हैं कि वे 4 चीजें कौन सी हैं.
यदि आप महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे हैं तो वापसी में गंगा-यमुना के संगम से लिया गया गंगाजल वापस लाना न भूलें. संभव हो तो उस जल को प्लास्टिक की बोतल या केन में लाने के बजाय तांबे या स्टील के बर्तन में लेकर आएं. घर लाने के बाद उस जल को घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रख दें. ऐसा करने से परिवार पर मां गंगा की कृपा बरसती है.
महाकुंभ से आप छोटे साइज वाला शिवलिंग भी खरीदकर ला सकते हैं. उसे खरीदने के पश्चात गंगाजल से स्नान अवश्य करवाएं. इसके बाद उसे साफ कपड़े में लपेटकर घर लाना चाहिए. फिर पूजा अर्चना के बाद उस शिवलिंग को घर के मंदिर में स्थापित कर देना चाहिए. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और सारी परेशानियां दूर होने लग जाती हैं.
महाकुंभ में स्नान के बाद रुद्राक्ष खरीदना शुभ माना जाता है. इसे धारण करने से पहले गंगाजल में डुबकी लगाकर उसे शुद्ध करना चाहिए. इसके पश्चात उसे घर लाकर पहले भगवान शिव के चरणों में स्थापित करें. इसके पश्चात पूजा-पाठ और उस माला को पवित्र करने कबाद उसे धारण करना चाहिए. कहते हैं कि रुद्राक्ष धारण करने वाले की कभी अकाल मृत्यु नहीं होती है.
महाकुंभ की मिट्टी बेहद शुभ मानी जाती है. कहते हैं कि महाकुंभ के दौरान स्वर्ग से देवी-देवता रूप बदलकर संत-महात्माओं के रूप में स्नान के लिए धरती पर आते हैं. ऐसे में संत रूपी देवताओं की रज यानी मिट्टी को हासिल करना भाग्य की बात माना जाता है. धार्मिक विद्वानों के अनुसार, उस मिट्टी को किसी चीज में भरकर घर लाकर मंदिर के सामने रख देना चाहिए. ऐसा करने से घर में सभी देवी-देवताओं की कृपा बरसती है.