भोपाल: मप्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदूभैया के पास अब केवल कुछ माह ही बचे हैं। सितमबर से शुरू हुई संगठन चुनाव प्रक्रिया के बाद जनवरी फरवरी में नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा। माना जा रहा है कि इस बार नया प्रदेश अध्यक्ष शिवराज सिंह की पसंद से ज्यादा केंद्र में अमित शाह और मोदी पसंद का होगा ।ऐसे में नन्द कुमार सिंह चौहान कैसे बनेंगे फिर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए अचानक कुछ और दावेदारों के नाम सामने आये है ! बीजेपी संगठन चुनाव के बाद मध्यप्रदेश में अध्यक्ष पद का सेहरा किसके सिर बंधेगा, इसे लेकर पार्टी में कयास तेज हो गए हैं। खंडवा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान मध्यप्रदेश भाजपा के फिर अध्यक्ष होंगे।यह सवाल भी हर बीजेपी के कार्यकर्त्ता के जेहन में कौंध रहा है ! मौजूदा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान को पुन: अवसर मिलने की संभावनाएं दिख रही हैं, लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे भी संगठन चुनाव प्रभावित करेंगे। चौहान के अलावा वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह अरविन्द भदौरिया के नाम भी अध्यक्ष की दौड़ में तीजी से आगे आये है हैं।
दो बार विधायक, पांच बार सांसद और पांच बार संगठन में प्रदेश महामंत्री रहे नंदकुमार सिंह चौहान मुख्यमंत्री शिवराज की पहली पसंद माने जाते है पर इस बार संगठन में शिवराज के सतह मोदी और अमित शाह की पसंद का ख़ास ध्यान रखा जाएगा ऐसे में बीजेपी के संगठन चुनाव के बीच नन्द कुमार की दोबारा ताजपोशी की संभावना तो है पर चुनौतियां भी काम नहीं है ! यही कारण है की नन्द कुमार चौहान के समर्थन में मध्य प्रदेश में बीजेपी के बड़े नेता कुछ भी नहीं बोल रहे ! वैसे ने नन्द कुमार चौहान के खाते में कई उपलधि है जिनमे उपचुनावों में सफलता निकाय और पंचायत चुनावो में बीजेपी की जीत भी शामिल है ! पर पर अध्यक्ष बनने के बाद नन्द कुमार अपने काम के बजाय अपने ंबयान के लिए चर्चित रहे यही कारण है की पार्टी के अंदर ही उनके नेत्तृव में एक राय नहीं है ! जिसको लेकर कांग्रेस भी नंदू भैया के कार्यकाल पर सवाल उठा रही है ! बीजेपी में हर तीन साल में स्थानीय समिति से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का चुनाव कराया जाता है। इस लिहाज से दिसंबर-जनवरी तक संगठन चुनाव होंगे।
लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के केन्द्रीय मंत्री बन जाने के कारण मौजूदा अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान का मनोनयन किया गया था। ऐसे में अगली बार उनकी ताज पोशी के लिए उन्हें कड़ी मशक्क़त करनी है !बिहार चुनाव के परिणाम कैसे आते हैं, इसका असर पर भी प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव पर भी पड़ेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पसंद को तवज्जो मिली तो नंदकुमार सिंह चौहान को कमान सौंपा जा सकता है, लेकिन बिहार चुनाव के नतीजे पार्टी के अपेक्षानुरूप नहीं रहे तो नया चेहरा भी सामने आ सकता है। पार्टी के नए अध्यक्ष पर 2018 में मप्र के विधानसभा चुनाव कराने की जवाबदारी भी रहेगीइसलिए बीजेपी हाईकमान इस एंगल से भी नए अध्यक्ष की ताजपोशी पर विचार मंथन कर रहा है।वैसे नए दावेदारों में केंद्र बीजेपी के महासचिव बने कैलाश विजवर्गीय के साथ महामंत्री अरिवंद भदौरिया सांसद राकेश सिंह और प्रह्लाद पटेल का नाम भी शमिल है !
सुधीर दंडोतिया : लेखक स्वराज एक्सप्रेस में विशेष संवादाता है