ईशांत शर्मा कोलंबो के एसएससी क्लब मैदान में खेले जा रहे भारत-श्रीलंका सीरीज के तीसरे टेस्ट में एक बार फिर काफी जोश में देखे गए। इस बार वे गेंदबाजी के दौरान नहीं, बल्कि बल्लेबाजी के समय श्रीलंकाई गेंदबाज से भिड़ गए। इस सीरीज में वे कई बार अधिक आक्रामक और जोश में देखे गए।
उन्होंने यही आक्रामकता गेंदबाजी में भी दिखाई और इस टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट भी झटके। हालांकि इस कारण उन्हें आईसीसी की सजा भी भुगतनी पड़ सकती है। कहीं यह कप्तान विराट कोहली की आक्रामकता का तो असर नहीं है, जो हमेशा आक्रामक रहने की बात करते हैं।
भारत की दूसरी पारी के 77वें ओवर में धम्मिका प्रसाद ने ईशांत को बाउंसर फेंकी, इस दौरान तीसरी गेंद नो बॉल हो गई। इस पर प्रसाद की ओर देखकर ईशांत मुस्करा दिए, फिर क्या था प्रसाद को गुस्सा आ गया। इसके बाद ईशांत ने रन लेते समय अपने हेल्मेट पर हाथ मारते हुए प्रसाद को उनके हेल्मेट पर गेंद मारने का इशारा किया। बस फिर क्या था, दोनों में जमकर कहासुनी हो गई। आखिर में अंपायरों और साथी खिलाड़ियों को बीच-बचाव करना पड़ा।
भारतीय पारी के 274 रन पर समाप्त होने के बाद ईशांत के पैवेलियन लौटते समय मैथ्यूज के इशारा करने पर धम्मिका भी ईशांत के पीछे-पीछे दौड़े और सीढ़ियों पर उनसे बात की।
गौरतलब है कि इस सीरीज में इससे पहले भी ईशांत अपने गुस्से को लेकर चर्चा में रहे हैं। इसी टेस्ट के तीसरे दिन भी ईशांत गेंदबाजी करने के दौरान श्रीलंकाई बल्लेबाज रंगना हेराथ से भिड़ गए थे, वहीं कुसल परेरा से भी उनकी बहस हुई थी। ईशांत ने उनकी पारी की शुरुआत में उन पर कुछ छींटे कसे थे और इसके बाद आखिर में उनकी गेंद पर ही कुसल परेरा पैवेलियन लौटे।
तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कुसल परेरा से जब ईशांत शर्मा से तनातनी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने ‘नो कमेंट्स’ कहकर बात को टाल दिया। वहीं दूसरी ओर ईशांत शर्मा ने इस वाकये पर मजाकिया अंदाज में कहा, ‘मैंने तो कुसल परेरा से बस ये पूछा था कि वे डिनर कितने बजे लेते हैं?’
गौरतलब है कि दूसरे टेस्ट मैच में अपने गुस्से और ज्यादा जोश के कारण उन पर मैच फीस का 65 फीसदी जुर्माना लगाया था।